Himachal: सलाखों के पीछे बैठे तस्कर ने बताए साथियों के ठिकाने, करते थे चरस की डील
ऑनलाइन न्यूज नेटवर्क (ONN)
हिमाचल प्रदेश की मंडी पुलिस द्वारा पकड़ी गई 4.702 किलोग्राम चरस के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मामले में पुलिस टीम ने अब तीन और आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपियों की गिरफ्तारी सलाखों के पीछे बैठे उनके साथी तस्कर की निशानदेही पर हुई है।
सलाखों के पीछे बैठे साथी ने बताए ठिकाने
मामले में पुलिस ने अब तक कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चारों आरोपी न्यायिक हिरासत में सब जेल मंडी में बंद है। उम्मीद जताई जा रही है कि अभी इस गिरोह में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। आरोपियों से पूछताछ में कई बड़े खुलासे होंगे।
बताया जा रहा है कि इस मामले के तार अंतरराज्यीय स्तर पर चरस तस्करी का कारोबार करने वाले नेटवर्क के साथ भी जुड़े हुए हैं। आरोपियों की पहचान ढाले राम, खेमराज और राकेश कुमार के रूप में हुई है। आौट के रहने वाले ढाले राम और खेम राज चरस की सप्लाई करने में मदद की थी। जबकि, मामले का किंगपिन पंजाब के लुधियाना का राकेश कुमार उर्फ RK है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बीती 18 नवंबर को पुलिस थाना BSL कॉलोनी सुंदरनगर की टीम ने HRTC की कुल्लू डिपो की बस से एक व्यक्ति को चरस की बड़ी खेप के साथ गिरफ्तार किया था। ये HRTC बस कुल्लू से चंडीगढ़ की ओर जा रही थी। आरोपी HRTC बस में मंडी जिला के औट से बतौर सवारी चढ़ा था। पुलिस को आरोपी के कब्जे से 4.072 किलोग्राम चरस बरामद हुई। आरोपी की पहचान 34 वर्षीय चमन लाल के रूप में हुई है- जो कि जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले का रहने वाला है
HRTC बस में ले जा रहे थे खेप
आरोपी से पूछताछ में मामले का खुलासा हुआ कि वो खेप कहां से लाया था और कैसे लाया था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि ढाले राम और खेमराज ने चरस सप्लाई में अन्य आरोपियों की मदद की थी। चमन लाल एक कैरियर के तौर पर चरस की खेप को HRTC बस में पंजाब लेकर जा रहा था।
ट्राली बैग में भरी थी चरस
राकेश कुमार ने औट से HRTC बस में बैठने के बाद दो अलग-अलग टिकट लिए थे। राकेश ने उसी बस में अपनी टिकट खरड़ और चमन लाल की रोपड़ तक कटवाई थी। राकेश ने ही चरस से भरा ट्राली बैग चमन को रखने को दिया था। पूछताछ में ये भी खुलासा हुआ कि राकेश ने ये खेप ढाले राम से एक लाख 75 हजार रुपए कैश में खरीदी थी।
बीच रास्ते में हुआ अरेस्ट
जांच में पाया गया है कि राकेश और ढाले राम दोनों दोस्त थे। दोनों की चरस की खरीद-फरोख्त को लेकर फोन पर डिलिंग हुई थी। डील पक्की होने के बाद राकेश और चमन चरस की खेप लेने के लिए मंडी के टकोली आए थे। आरोपियों को लग रहा था कि सब सही से हो जाएगा, लेकिन पंजाब वापस आते वक्त चमन लाल को पुलिस ने बस से खेप के साथ अरेस्ट कर लिया और इन सब का भंडाफोड़ हो गया।
मामले की पुष्टि करते हुए DSP सुंदरनगर भारत भूषण ने बताया कि चारों आरोपी न्यायिक हिरासत में सब जेल मंडी में बंद है। उम्मीद जताई जा रही है कि अभी इस गिरोह में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से पूछताछ की जा रही है ताकि पूरे नेटवर्कका पर्दफाश हो सके।