ऑनलाइन न्यूज़ नेटवर्क (ONN)
हिमाचल प्रदेश में नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (NTT) भर्ती एक बार फिर रुकने के कगार पर है। केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है, जिसमें एक वर्षीय NTT डिप्लोमा धारकों को “ब्रिज कोर्स” के माध्यम से पात्र मानने की बात कही गई थी।
क्या कहा केंद्र सरकार ने…
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने साफ किया है कि NTT कोर्स की न्यूनतम अवधि दो वर्ष होनी चाहिए। किसी भी संस्थान को एक वर्षीय कोर्स चलाने की अनुमति नहीं दी गई है। इसलिए “ब्रिज कोर्स” का प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया जा सकता।
अब भर्ती प्रक्रिया पर असर..
इस निर्णय के बाद हिमाचल प्रदेश में शुरू की गई NTT भर्ती प्रक्रिया फिर से रुक सकती है। सरकार ने यह भर्ती राज्य इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन के माध्यम से शुरू की थी। लगभग 10,000 आवेदन आए थे, लेकिन एनसीटीई मानकों के अनुसार जांच के बाद सिर्फ 14 उम्मीदवार ही पात्र पाए गए।
राज्य की दलील क्या थी…
राज्य सरकार का कहना था कि जिन उम्मीदवारों ने एक वर्षीय NTT डिप्लोमा किया है, उन्हें डाइट केंद्रों में “ब्रिज कोर्स” करवा कर पात्र माना जा सकता है। इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार के पास भेजा गया था, लेकिन मंत्रालय ने इसे नियमों के खिलाफ बताते हुए अस्वीकार कर दिया।
विवाद की जड़…
कई निजी संस्थान बिना NCTE (राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद) की अनुमति के एक वर्षीय NTT सर्टिफिकेट या दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स चला रहे थे। 2023 में हिमाचल के निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग ने ऐसी 8 संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई की थी और कोर्स बंद करवाने के आदेश दिए थे।
अब आगे क्या होगा….?
अब केंद्र सरकार NTT भर्ती से जुड़े नियमों में संशोधन पर विचार कर रही है। जब तक यह फैसला नहीं होता, हिमाचल की NTT भर्ती प्रक्रिया पर रोक लग सकती है।
